ट्रेन के फर्स्ट क्लास में चुदाई का दुगुना मजा

बुआ की चुदाई स्टोरी में पढ़ें कि अपनी दो बुआओं की चुदाई के बाद मैं अपनी सबसे छोटी बुआ को चोदना चाहता था. यह मौक़ा मुझे फर्स्ट क्लास ट्रेन में मिला.

नमस्ते दोस्तो, मैं आपका योगी, फिर से आप सभी के लंड खड़े करने और गर्म चूत में उंगली करवाने आ गया हूँ.

मेरी सेक्सी बुआ Xxx स्टोरी
खेत में सजाई बुआ की सुहागसेज
मेरे और मेरी सबसे चुदक्कड़ रहीं बड़ी बुआ की चुदाई की कहानी थी.
जिसके लिए आप सभी ने मुझे मेल के द्वारा बहुत प्यार दिया … उसके लिए आप सभी का बहुत धन्यवाद.

जैसे कि मैंने पिछली सेक्सी बुआ Xxx स्टोरी में बताया था कि मेरी बड़ी वाली मीना बुआ तो इतनी बड़ी रांड थीं कि वो तो पैंटी ही नहीं पहनती थीं.

मैं अब लगातार अपनी बड़ी बुआ की चुदाई करने लगा था. उनकी चुत तो मैं जब चाहे चाट लेता था.
उन्होंने मुझे चूतचट्टा बना दिया था.

बुआ किसी भी जगह अपनी साड़ी उठा मुझे चूत चाटने के लिए बोल देती थीं … और मुझे भी उनकी चूत की खुशबू बहुत अच्छी लगती थी, तो मैं भी कहीं भी उनके पेटीकोट में घुस कर चुत चाटने लगता था.

एक दिन हम दोनों खेत में गए थे. उसी समय फूफा जी भी आ गए थे.

उस समय मैं पेशाब करने के लिए थोड़ी दूर गया था.

जब मैं वापिस आया तो फूफा जी मुझे नहीं देख पाए और न ही बुआ जी ने देखा. चूंकि फूफा जी की हाइट बुआ की हाइट से कम है और बुआ जी की पीठ मेरी तरफ थी. मैंने बुआ को सताने के लिए और हमारी अश्लीलता को और रोमांचकारी बनाने के लिए एक हरकत कर दी.

मैं मीना बुआ की साड़ी को पीछे से उठाकर उनकी साड़ी के अन्दर घुस गया और सीधे उनकी चूत चाटने लगा.
वो अचानक हुए इस हमले से चिहुंक उठी थीं.

बुआ की चीख निकल गई.
तो फूफा जी ने पूछा- क्या हो गया?
बुआ मेरे सर पर हाथ फेरते हुए बोलीं- कुछ नहीं, एक चूहा आ गया था.

मैं बुआ की चुत को और जोर से चाटने लगा. बुआ मदमस्त हो गईं और उनकी जुबान लड़खड़ाने लगी. तो वो अपनी बिगड़ते हालात को देखकर जरा सीधी हो गईं.

अब वो फूफा जी को किस करने लग गईं और उन्होंने उधर ही अपने पैर फैला दिए.
फूफा जी मुझे देख नहीं पा रहे थे.

मैंने फिर से आगे बढ़ कर बुआ की चुत चाटना शुरू कर दिया.
बुआ मेरे सर को दबाने लगीं.

मैं कुछ देर बाद वहां से चला गया. बुआ गर्म हो गई थीं. तो बुआ को लंड की जरूरत हो गई और उन्होंने फूफा जी से चुदाई करने का कह दिया.
गर्म बुआ को चोदने का मौक़ा फूफा जी को मिल गया और खेत वाले कमरे में बुआ को ले जाकर उन्होंने बुआ के साथ चुदाई कर ली.

मेरी बड़ी बुआ और मेरी मस्ती जितनी बढ़ गयी थी, वो उतनी ही कमीनी हो गई थीं.
मैंने पहले वाली सेक्स कहानी में भी आपको लिखा था कि मीना बुआ ने मुझे किसी से शेयर नहीं करना चाहा था.
मेरी गैर मौजूदगी में वो अपनी बहनों के साथ लेस्बियन किया करती थीं. बुआ मेरे लंड को अपनी बहनों के साथ भी शेयर नहीं करना चाहती थीं.

शहर वाली मेरी छोटी बुआ पूजा, इन तीनों में सबसे बड़ी चुदक्कड़ थीं. उनकी फिगर 36-30-40 की है और हाइट 5 फिट 4 इंच की है.

मां कसम पूजा बुआ बहुत ही बड़ी गांड वाली थीं. पूजा बुआ को फूफा जी संतुष्ट नहीं कर पाते थे. इसलिए पूजा बुआ को मेरे जैसे 8 इंच लंबे और 3 इंच मोटे लंड वाले गबरू जवान की जरूरत थी, जो उनकी कमरतोड़ चुदाई कर सके. इसका फायदा उन्होंने मुझे शहर बुला कर ले भी लिया था. इसका पूरा मजा आपको मेरी एक सेक्स कहानी में मिल भी चुका है.

इसके बाद मैं छोटी बुआ के घर जब भी जाता था, तब वो मुझसे अपने पैरों को मालिश करवाती थीं. अपनी चिकनी जांघों का दर्शन कराती थीं. फिर मस्ती से मेरे लंड से चुत चुदवा लेती थीं. मां कसम उनका गदराया बदन तो मेरे दिल के साथ लंड को गदगद कर देता था.

फिर मैं पूजा बुआ की चूत की चुदाई उनके घर में करके अपने गांव आ गया था.

अब मुझे रेखा बुआ की चुदाई करनी थी. रेखा बुआ विधवा थीं. वो थोड़ी पतली मगर लम्बी थीं. उनकी करीब 30-28-34 की फिगर थी और हाईट 5 फिट 6 इंच थी.

इस बार मैं अपनी मंझली बुआ और छोटी बुआ को एक साथ चोदने के बारे में सोचने लगा था कि इन दोनों को कैसे एक चोदने के लिए सैट करूं.

मेरी ये दोनों बुआ एकदम सेक्सी थीं. मर्दों को आकर्षित करने के लिए उनके होंठों पर सदैव लाल लिपस्टिक लगी रहती थी, डीप क्लीवेज वाले ब्लाउज पहनती थीं. अपने बूब्स के साइज से छोटी ब्रा और थोंग पैंटी पहनना उनका शौक था.

अब रेखा और पूजा की चुदाई के लिए मैंने बाहर टूर पर जाने का प्लान किया.
मैंने घर में मम्मी पापा से बात की, तो वो दोनों मान गए. मैंने उनके साथ अपने टिकट भी बुक कर लिए. मैंने घर में जानबूझ कर बुआ लोगों को साथ ले जाने की बात नहीं कही थी.

बाद में मैंने घर वालों से बोलकर बुआ लोगों को भी ले जाने के कहा, तो पापा झट से वो मान गए.
मगर मैंने उनके टिकट ट्रेन के फर्स्ट एसी में करवा लिए थे. इसके लिए मुझे पूजा बुआ ने ही कहा था. मैं समझ गया था कि बुआ को ट्रेन में चुदाई करवाने का मन है.

चूंकि पूजा बुआ को पैसे की कोई कमी नहीं थी तो उन्होंने मुझसे चार बर्थ वाले पूरे एक कूपे को बुक करने के लिए कहा था.

ठंड का समय था, तो मुझे पता था कि फसल कटाई का समय है. बड़ी बुआ की हमारे साथ नहीं जा पाएंगी. उनको फूफा जी के साथ खेतों में मजदूरों और हार्वेस्टर वगैरह का काम देखने के लिए रुकना जरूरी था.

मैंने दोनों बुआ से बाहर घूमने की बोला और अपना टिकट भी उन्हीं के साथ करवा लिया था.
हालांकि ये टिकट अलग अलग समय टिकट बुक हुए थे. तो मेरे मम्मी पापा और बहन की सीटें अलग डिब्बे में थीं.
ये सब मेरी प्लानिंग का ही एक हिस्सा था.

मैंने पापा से कहा कि पापा दोनों बुआ अकेली न रहें इसलिए मैंने अपना टिकट उनके साथ ही करवा लिया है.

पापा कुछ नहीं बोले.

पापा मम्मी और बहन वगैरह अलग डिब्बे में थे और मैं और मेरी दोनों बुआ एक अपने रिजर्व कूपे में थे.

हम लोग साउथ इंडिया घूमने जा रहे थे … इसलिए ये लम्बा सफ़र था.

हमारी ट्रेन शाम की थी. जब दोनों बुआ आईं, तो मैं उनको देखते ही रह गया.
मैंने उनको पहली बार नहीं देखा था … लेकिन उस दिन जिस प्रकार से उन्होंने झीनी साड़ी और गहरे गले के ब्लाउज पहने थे, उससे वो दोनों अपने पूरे यौवन का दर्शन करा रही थीं.
मानो वो दोनों सबको खुला निमन्त्रण दे रही थीं कि आओ हमें चोद दो.

होंठों पर गाढ़े लाल रंग की लिपस्टिक, बैकलैस और सामने से डीप नेक वाले ब्लॉउज, नाभि के नीची बंधी हुई साड़ी, साली दोनों बड़ी हॉट लग रही थीं.
एक ने लाल और एक नीले कलर की साड़ी पहनी हुई थी.

दोनों बुआ रंडियों से कम नहीं लग रही थीं. उनकी ये साज सज्जा या कहूँ या हॉटनेस अवतार मेरे लिए जानलेवा था.

जब वो दोनों स्टेशन पर पहुंची, तो मैं उनके पैर छूने के लिए झुक रहा था.
पूजा बुआ ने मुझसे कहा- अरे बेटा पैर रहने दे … आ गले लग जा.

हमारी फैमिली थोड़ा बिंदास थी, तो मैं पूजा बुआ के सीने से लग गया.

फिर रेखा बुआ ने भी मुझे गले से लगाया.

क्या बताऊं यार … उन दोनों ने ऐसे गले लगा लिया था कि हमारे बीच में हवा भी पास न हो सके.
मैंने उन दोनों की नंगी पीठ को जानबूझ कर मस्ती से सहलाया.

पूजा बुआ के गाल पर तो मैंने चुम्बन भी ले लिया.
वो भी मेरे कान में सरसरा कर बोलीं- रहने दे भोसड़ी के … अब इधर खुले में ज्यादा न कर.
मैं हंस दिया.

फिर हम सब प्लेटफार्म पर आ गए.
ट्रेन समय पर आ पहुंची. हम सभी लोग ट्रेन में चढ़ गए. वो शाम का समय था.

फिर हम तीनों में बातचीत हुई. वे दोनों कह रही थीं कि दीदी आ जातीं तो और मजा आता.

मैं बड़बड़ाया- वो आतीं, तो सिर्फ उनको मजा आता.
इस पर रेखा बुआ बोलीं- पप्पू तू क्या बड़बड़ा रहा है!
मैं बोला- कुछ नहीं, आप दोनों आज बहुत सुंदर लग रही हैं. कोई भी आप लोगों को 2-2 बच्चों की मां नहीं कह सकता.

बुआ लोग मेरे सामने वाली सीट पर थीं, मगर अब वो मेरे आजू बाजू आ गई थीं और मैं बीच में था.

दोनों बुआ मुझसे एकदम सटकर बैठी थीं. उनकी मोटी मोटी जांघों के स्पर्श से मेरी कामवासना बढ़ रही थी.

मैंने भी बुआ की जांघों पर हाथ रख दिया क्योंकि हम सब इतने सटे हुए बैठे थे कि हाथ रखने की जगह ही नहीं थी.

उन दोनों से मैंने बहुत सारी बातें की. फिर रेखा बुआ ऊपर वाली बर्थ पर सोने चली गईं.

पूजा बुआ की आदत मुझसे मालिश करवाने की थी, तो उन्होंने कहा- पप्पू, आज मेरा मालिश नहीं करोगे?
मैंने कहा- हां बुआ जरूर करूंगा.

उन्होंने कहा- आज तो मैं बड़ी थक कर आई हूं … तू पूरे शरीर की मालिश कर दे.

ये बोलकर पूजा बुआ ने अपनी साड़ी और पेटीकोट निकाल दिया.

मैंने कहा- पूरे कपड़े क्यों निकाल रही हो?
बुआ ने कहा- बेटा कपड़ों में तेल लग जाएगा … इसलिए उतार दिए.

बुआ की सब चीजें नीले कलर की ही थीं, बस लिपस्टिक लाल थी. मालिश करते हुए मैं बुआ से बात कर रहा था.

पूजा बुआ ने अचानक मुझसे पूछा- बेटा पप्पू, मुझे ये तो बता कि तेरी कोई गर्लफ्रेंड है?
मैंने कहा- हां बुआ है … पर बता नहीं सकता.

उन्होंने पूछा- क्यों?
मैंने बोला- किसी ने मना किया है.

बुआ- अच्छा उसी ने मना किया होगा.
मैंने सोचा कि ये बड़ी बुआ के लिए कह रही हैं तो मैंने पूछा- किसने?

बुआ हंस दीं और बोलीं- तेरी गर्लफ्रेंड ने.
मैं चुप हो गया.

फिर बुआ दूसरे विषय पर आते हुए बोलीं- बेटा, उस समय तुम दीदी के बारे में क्या कह रहे थे कि वो आतीं … तो उनको ही मजा आता. तुमने उस समय बात क्यों टाली छुपाई क्यों?
मैंने कहा- बुआ यदि मैं सच कहूंगा, तो आप बुरा तो नहीं मानोगी?

बुआ ने कहा- हां कह तो मैं क्यों बुरा मानूंगी!
फिर मैंने कहा- वो ही मेरी गर्लफ्रेंड हैं … और वो मुझे किसी से शेयर नहीं करना चाहती हैं. इसलिए मैंने उनको कॉल भी नहीं किया. यदि वो आ जातीं, तो रात भर मेरे से लिपटकर चुदवाने में लगी रहतीं. जबकि मैंने आप दोनों को यहां चोदने के लिए योजना बनाई थी.

आवेश में आकर मैंने सब कुछ बोल डाला.

वो ये सुनकर बोलीं- ओके अब बोल, तू हम दोनों के साथ क्या क्या करना चाहता है?

मैं बोला- हां मेरी रंडी बुआ, मैं तुम्हें और ऊपर में सो रही मेरी चुदक्कड़ बुआ को चोदना चाहता हूं. मीना बुआ मुझे तुम दोनों से दूर ले जा रही थीं. मैंने कई बार आप लोगों को मेरे बारे में बात करते सुन लिया था मैं जानता था कि आप तीनों ही मुझसे चुदवाना चाहती हो.

ये सुनकर पूजा बुआ ने मुझे अपने ऊपर खींच लिया और मुझे चूमने लगीं.

मैंने उनके ब्रा और पैंटी को खींच कर उतारते हुए उन्हें अपनी बांहों में कस लिया. उनके एक चुचे को दबाते हुए होंठों पर किस करना चालू कर दिया.
वो भी मेरा होश खोकर साथ देने लगीं.

उन्होंने भी मेरे पैंट के ऊपर से ही लंड को हाथ से छुआ और मेरे गाल पर एक जोर का थप्पड़ मारते हुए बोलीं- मादरचोद, तूने मेरी ब्रा पैंटी फाड़ दी और खुद अपने मोटे लंड को छुपा कर रखा है.

मैंने भी उनके बाल पकड़कर कहा- साली कुतिया … सब तेरा ही तो है. खुद निकाल नहीं सकती क्या भैन की लौड़ी.
हम दोनों अब पूरे नंगे हो गए थे.

मैंने पूजा बुआ के पैर से लेकर सर तक चूमना चालू कर दिया था. उनके चिकने शरीर के सारे अंगों को चूम डाला.

फिर 69 के पोज में आकर बुआ की चूत और गांड के छेद को खूब चाटने में लग गया.

मैं बुआ को तड़पाते हुए उनकी चुत और गांड को चाट रहा था.
बुआ जोर जोर से सिसकारियां ले रही थीं.

बुआ की ‘आहआह आह उम्म्म गूँ गूँ ..; की कामुक सिसकारियों से रेखा बुआ भी उठ गईं.

वो नीचे आकर हम दोनों के कान पकड़ कर बोलीं- मैंने क्या गलती की है … मैं तो विधवा हूँ … मैं सबसे ज्यादा प्यासी हूँ.

फिर हम दोनों ने उठ कर रेखा बुआ के कपड़े उतारने शुरू कर दिए. उनकी साड़ी बलाउज पेटीकोट सबको फाड़ दिया. उन्हें पूरी नंगी कर दिया.

हम तीनों ने एक साथ चूमाचाटी शुरू कर दी. होंठों से होंठ मिला दिए.

मैंने रेखा बुआ की चूत और गांड के छेद को चाटना चालू कर दिया.
मेरे साथ पूजा बुआ ने रेखा बुआ के छेदों को चाट कर मजा देना चालू कर दिया था.
कुछ ही देर में रेखा बुआ एकदम पागल हो गयी थीं.

फिर मैंने पूजा बुआ की चूत में लंड पेल कर उनकी चुदाई चालू कर दी. पहली बार में तो पूजा बुआ की आह निकल गयी.

मैं इधर पूजा बुआ को चोद रहा था. तो पूजा बुआ, रेखा बुआ की चूत चाट रही थीं.
रेखा बुआ अपनी चुत को मजे से अपनी बहन से चटवा रही थीं.
वो मेरे होंठों को भी चूम रही थीं.

कुछ देर बाद मैंने रेखा बुआ की चुदाई चालू कर दी.

पूरे रास्ते भर हम तीनों ने पार्टनर बदल बदल कर थ्री-सम चुदाई का मजा लिया.
सारे समय घमासान चुदाई का दौर चलता रहा.

उन दोनों को मैंने होटल में भी चोदा, उन दोनों को मेरी चूत चटाई बहुत पसंद आ गई थी. दोनों बुआ ने मेरी इस कला की बड़ी तारीफ की.

रेखा बुआ ने पूछा- तूने इतनी अच्छी चुत चाटना किधर से सीखी?
मैंने उन्हें बताया- ये सब मीना बुआ का सिखाया हुआ ज्ञान है.

फिर रेखा और पूजा बुआ कहने लगीं- तभी तो हम दोनों कहती थीं कि दीदी इतनी फूल कैसे रही हैं और खुश क्यों हैं. हमें क्या पता था कि दीदी जिस मीठे फल को हम तीनों ने मिल बांट कर खाने की बोली थी, वो उसको अकेले खा रही थीं.

मैं हंस रहा था.

पूजा बुआ- हमारा गबरू जवान लंबे लंड के मालिक हमारी ऐसे ही सेवा करते रहा करो. हम तुम्हें और भी चूत दिलाएंगी.

इसके बाद से तो मैं जब चाहे जिस बुआ के ऊपर चढ़ जाता था और उनकी चुदाई का मजा ले लिया करता था.
मैंने रेखा बुआ को तो अपनी बीवी की तरह बना डाला था क्योंकि वो विधवा थीं.

मेरी चुदाई से वो अब पहले जैसे पतली नहीं रह गई थीं. एकदम मस्त माल सी गदरा गयी थीं और मादक हो गयी थीं.

समय मिलने पर मेरी सबसे बड़ी चुदक्कड़ बुआ मीना और पूजा बुआ के घर चला जाता था. उन दोनों की पूरी रात चुदाई करके मजा लेता रहता था

वायदे के हिसाब से छोटी बुआ ने मुझे अपनी पड़ोसी एक ब्लैक ब्यूटी का चूत चोदने को दिलाई.
उसे चोदने में मुझे बहुत मजा आया.

मैंने कैसे इस ब्लैक ब्यूटी के लिए पूजा बुआ को पटाया और कैसे उसे घसीट घसीट कर चोदा, ये अगली सेक्स कहानी में लिखूंगा.

कृपया मेल से बताएं कि ये सेक्सी बुआ Xxx स्टोरी कैसी लगी.
मेरी ईमेल आईडी है [email protected]