मेरी चूत का बाजा बज गया -3

मित्रो, मैं फिर आप सभी के सामने हाजिर हूँ अपनी कहानी का अगला भाग लेकर।

कहानी के दूसरे भाग
मेरी चूत का बाजा बज गया -2
में आपने अभी तक पढ़ा:

अमित- दीदी श्वेता तो नहीं आ रही है।
मैं- तो फिर चले वापस घर पर।
अमित- नहीं दीदी हम दोनों देखते हैं फ़िल्म।
मैं- ठीक है।

अब आगे:

और अमित फ़िल्म के टिकट लेने चला गया.
तब तक मैं सोचने लगी कि अमित सिनेमा में कुछ करेगा तो नहीं मेरे साथ?
और फिर सोचा जो होगा देखा जाएगा.
वैसे भी मेरी चूत भी बहुत मचल रही थी आजकल!

अमित टिकट लेकर आ गया और हम सिनेमा के अंदर चल दिए।

आज भीड़ बहुत ही कम थी, सिनेमा के अंदर गिनती के ही लोग थे तो हम सबसे ऊपर और कोने वाली सीट पर जाकर बैठ गए।

आप लोगों को फ़िल्म का नाम भी बता दूँ- Ragini MMS 2 रागिनी ऍम ऍम एस-2 Sunny Leone सनी लियॉन की!

अमित- दीदी, आराम से तो बैठी हो?
मैं- हाँ … और तुम मुझे दीदी कहना बंद करो अन्नू कहो यार!
अमित- ठीक है दीदी, सॉरी अन्नू ओके?

और फिर फ़िल्म शुरू हुई।

थोड़ी देर तो हमने ध्यान से फ़िल्म देखी, फिर सनी लियॉन का बाथरूम वाला दृश्य आया उसने सनी लियॉन एकदम नंगी एक लड़के के साथ चुम्बन कर रही थी।

वो दृश्य अमित बड़े ध्यान से देख रहा था अमित ने धीरे से अपना हाथ मेरे कंधे पर रखा और सहलाने लगा.
मेरा भी फ़िल्म में ध्यान था तो मैं कुछ नहीं बोली जिससे अमित की हिम्मत और बढ़ गई वो अपना हाथ धीरे धीरे मेरी चूचियों पर ले आया और टीशर्ट के ऊपर से मेरे मम्मे सहलाने लगा।

मैं भी गर्म हो रही थी इसलिए मैंने भी उस पर ध्यान नहीं दिया और आराम से फ़िल्म देख रही थी।

तभी अमित ने मेरे मम्मे जोर से दबा दिए जिससे मेरी आह निकल गई और मैं उसकी तरफ देखने लगी।

अमित ने अपना हाथ मेरे मम्मों से हाथ हटा लिया और मुझे देखने लगा।
मैंने फिर भी उसे कुछ नहीं कहा और फ़िल्म देखने लगी।

अमित ने हिम्मत करके मेरा सर पकड़ कर अपनी तरफ किया और मेरे होठों पर अपने होंठ रख दिए और मेरे होंठ चूसने लगा।

थोड़ी देर मैंने भी उससे होंठ चूसे और उसे पकड़ कर जोर से पीछे धक्का दिया।

अमित बोला- क्या हुआ अन्नू?
मैं- कोई देख लेगा यार … तो बहुत बदनामी होगी और मैं तुम्हारी बहन हूँ।
अमित- अन्नू, कोई नई देखेगा यार, तुम खुद देखो, कोई बैठा है क्या अपने पास? और सबका ध्यान फ़िल्म में है, और भाई बहन वाली बात तो जिस्म की जरूरत में कोई रिश्ता नहीं होता है।

और अमित मेरा सर पकड़ कर मुझे चुम्बन करने लगा और मेरे मम्मे दबाने लगा।
मुझे भी बहुत मजा आ रहा था तो मैं भी उसका साथ दे रही थी।

अमित ने मेरी टी शर्ट धीरे धीरे ऊपर कर दी और मेरी ब्रा के हुक खोलकर मेरे मम्मे जोर जोर से दबाने लगा।
मैं ‘आह्ह आअह्ह … अमित धीरे दबाओ यार, दर्द होता है’ और ‘मैं कहीं भागी थोड़े ही जा रही हूँ।’ जैसे बोलने लगी।

फिर अमित मेरे मम्मे आराम से दबाने लगा और अपना सर नीचे झुका कर मेरे मम्मे अपने मुँह में लेकर चूसने लगा।
‘आह्ह्ह आअह्ह एम्म्म हम्म अमित … आअह्ह चूसो और चूसो आअहह ह्म्म्म …’ और उसका सर पकड़कर अपने मम्मों पर दबाने लगी।

अमित- अन्नू, तुम्हारे मम्मे तो बहुत ही रसभरे हैं, मजा आ गया आज तो!
मैं- तो अच्छे लगे तुम्हें मेरे मम्मे?
अमित- हाँ यार और तुम्हारी चूत भी दिखाओ मुझे?
मैं- नहीं यार, अभी नहीं, फिर कभी दिखाऊँगी, अभी तो यहाँ पर कोई देख लेगा।
अमित- मेरी अन्नू जानम कोई नहीं देखेगा, प्लीज यार दिखा दो।
मैं- ठीक है यार, सिर्फ देखोगे ही कुछ करोगे नहीं।
अमित- हाँ यार, सिर्फ देखूँगा, कुछ नहीं करूँगा विश्वास करो यार मुझ पर!
मैं- ठीक है यार।

और जैसे ही मैंने अपनी जीन्स खोली, सिनेमा की लाइट चालू हो गई और इंटरवल हो गया।
मैंने अपनी जीन्स का बटन वापस लगाया और खड़ी हो गई।
अमित मन ही मन सिनेमा वाले को गालियाँ दे रहा था।

हम बाहर आये, पेशाब किया, 1 कोल्ड ड्रिंक और कुछ स्नैक्स लिए और हम आकर अपनी जगह बैठ गए।
तब तक वापस फ़िल्म भी चल गई।

हमने स्नेक्स और कोल्ड ड्रिंक खत्म की और फ़िल्म देखने लगे।

अमित का ध्यान फ़िल्म की तरफ नहीं था और वो अपने हाथ मेरे मम्मों पर रखकर मेरे मम्मे मसल रहा था।
उसने मेरा हाथ पकड़ कर अपने नंगे लंड के ऊपर रख दिया, मेरा हाथ को उसके लंड का स्पर्श पाते ही मेरे पूरे शरीर में 440 वोल्ट का झटका लगा।

उसका लंड दिन को देखा था भाभी को चोदते हुए पर मुझे उसका लंड और ज्यादा बड़ा लगा।

धीरे धीरे मैं उसके लंड को काम्पते हाथ से सहलाने लगी और उसने भी अपना हाथ मम्मे से नीचे मेरी चूत की तरफ ले जाने लगा।

मैंने उसका हाथ पकड़ा पर वो नहीं माना और मेरी पैंट का बटन खोल दिया और मेरी चड्डी भी नीचे कर दी।

उसका हाथ मेरी चूत पर लगते ही मैं पूरी मचल गई क्योंकि मेरी चूत पर किसी मर्द का हाथ पहली बार लगा था।

मैंने उसका लंड और जोर से पकड़ लिया।
अमित बोला- क्या हुआ अन्नू?
मैं- कुछ नहीं यार!

और वो मेरी चूत सहलाने लगा, मेरे मुख से अजीब सी सिसकारियाँ निकल रही थी।

धीरे धीरे वो अपनी ऊंगली से मेरे चूत के दाने को मसलने लगा।

मेरी तो ‘आः ह्ह्ह आह्ह ऊऊ ऊईरर ममी आह्ह्ह … अमित मत करो यार, मत करो प्लीज …’ निकल रही थी पर अमित नहीं माना और अपनी उंगली से चूत के दाने को मसलने लगा और अपनी उंगली मेरी चूत के अंदर डालने लगा।

मेरी चूत एकदम कुँवारी थी इसलिए उसकी उंगली अंदर नहीं जा रही थी।
फिर मैंने खुद ने उसकी उंगली पकड़कर मेरी चूत के अंदर डाली, जैसे ही उंगली एकदम मेरी चूत के अंदर गई तो मेरी आह्ह निकल गई।

इससे पहले मेरी चूत के अंदर उंगली तो मैंने भी डाली थी इसलिए मुझे ज्यादा दर्द नहीं हो रहा था और मैं बस उसे दिखावा कर रही थी जिससे वो और ज्यादा ना करे।

फिर मैं भी उसका लण्ड पकड़कर मसल रही थी और वो मेरी चूत में उंगली जोर जोर से डाल रहा था।
मैं- अमित, मेरी चूत से पानी निकलने वाला है, प्लीज अपना हाथ हटाओ।
अमित- निकाल दे अन्नू रानी, अपना पानी मेरे हाथ के ऊपर … मैं भी तो तेरी चूत के अमृत रस का स्वाद चखूँ।

और मैंने अपना पानी ‘आ ह्ह आह हमम्मह एम्म्म आअह्ह्ह ऊओ आआह्ही …’ करते करते निकाला, मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया।
अमित ने अपनी उँगली मेरी चूत से बहार निकाली और मेरी चूत के पानी को चाट गया।

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कहानी का अगला भाग: