देसी हॉट गर्ल सेक्स कहानी मेरे घर की मेड की चुदाई की है. मैंने उसे घर में सेट किया, फिर खेतों में बने कमरे में बुला कर रात भर चोदा.
दोस्तो, मैं ईशान एक बार फिर से आपको अपनी कामवाली जवान लड़की की चुत गांड की चुदाई की कहानी में स्वागत करता हूँ.
देसी हॉट गर्ल सेक्स कहानी के पिछले भाग
कामवाली जवान लड़की को पटाकर नंगी किया
में अब तक आपने पढ़ा था कि मैंने अनुषा की चुत चाट कर और उससे अपना लंड चुसवा कर छोड़ दिया था. उसे एक मोबाइल दे दिया था और रात को फोन करने का कह दिया था.
अब आगे देसी हॉट गर्ल सेक्स कहानी:
रात को मैंने खाना के बाद घर में कहा- मैं रात को खेत में सोऊंगा.
करीब 8 बजे मैं बाइक लेकर निकल गया.
गांव से 4 किलोमीटर पर बाजार था, तो वहां जाकर एक बढ़िया सी अंडरगारमेंट्स की दुकान पर बाइक रोकी.
उस दुकान पर काम करने वाले एक लड़के को साइड में लिया और उसे कामवाली लड़की की ब्रा पैंटी और कुछ रुपए देकर कहा- इसी साइज की दो मस्त सी ब्रा पैंटी दे दो.
उसने मुझे अन्दर ले जाकर कुछ सैट दिखाए, जिनमें से मैंने एक पीले रंग की ब्रा पैंटी ले ली.
पैंटी डोरी वाली थी, वो सिर्फ चुत को कपड़े से ढक लेती और गांड के बीच में उसकी डोरी फंसी रहे.
ब्रा भी एकदम छोटी सी थी.
दूसरा सैट लाल रंग का मस्त सिल्क वाला था.
मैंने पैंटी और ब्रा पैक करवा लीं और आगे बढ़ गया.
अब मैंने अपने एक दोस्त के मेडिकल स्टोर से ड्यूरेक्स का स्ट्राबेरी वाला स्प्रे और सेक्स की गोलियां ले लीं.
ये सब सामान लेकर मैं सीधा खेत में आ गया.
वहां पर एक कमरा ओर टॉयलेट बाथरूम बनाया हुआ था, साथ ही एक सिंगल बेड भी था.
उधर मैंने अनुषा के लिए लिया हुआ सब सामान रखा और एक सिगरेट पी कर कुछ देर बाद घर आ गया.
अपने कपड़े चेंज करके और दूध लेकर खेत में आ गया.
मैंने अनुषा को कॉल किया और उसे सीधा खेत में आने को कहा.
वो घर पर बहाना बनाकर मेरे घर के लिए निकल आई कि आज मालकिन ने उसे घर बुलाया है. क्योंकि उनके घर पर कोई नहीं है.
वो रात को छिपते छिपाते खेत में आ गयी.
मैंने उसे देखा तो देखता ही रह गया.
इस वक्त उसने एक बिल्कुल टाइट फिटिंग का सफेद सूट पहन रखा था और नहा धोकर बालों की चोटी बनाकर आयी थी.
उसकी लम्बी चोटी उसकी गांड पर मटक रही थी.
शर्ट के अन्दर उसने ब्रा पैंटी कुछ नहीं पहना था.
चुस्त शर्ट में उसकी सख्त चूचियां मस्त दिख रही थीं.
वो कमरे में आई तो मैं सीधा उसे बेड पर ले आया और लिटाकर चूमने लगा.
अनुषा खुद चुदासी थी. वो झट से मचलने लगी.
मैंने उसके कपड़े उतार दिए और उसे पूरी नंगी करके चुत चूसने लगा.
मैंने देखा कि उसकी चुत पर बाल अभी भी थे तो मैंने उससे कहा- बाल साफ़ क्यों नहीं किए?
वो मासूमियत से बोली- घर पर मम्मी थी, तो साफ़ नहीं कर सकी.
मैंने कुछ पल बाद चुत से मुँह हटाया और उससे चाय बनाने को कहा.
वो मेरी इस मांग पर थोड़ी हैरान हुई, पर मेरे जोर देने पर बनाने लगी.
वहीं नीचे फर्श पर गैस का चूल्हा रखा था, तो वो उकड़ू बैठ कर चाय बनाने लगी. मैं पीछे से उसकी गांड देखता रहा.
जब उसने चाय बना ली तो मैंने भी अपने कपड़े उतार दिए और उससे कहा कि बेड पर आ.
वो आ गयी तो मैंने सेक्स की एक गोली का चूर्ण बना कर पानी में गीला किया और उसे अपने लंड पर मला कर उससे लंड चाटने को कहा.
उसने झिझकते हुए लंड चाटना शुरू कर इया.
उसका मुँह कुछ बेस्वाद सा हो गया.
उसने कहा- क्या लगाया था … मुँह का स्वाद खराब हो गया.
मैंने उसे पानी पिलाया और उसे लिटाकर थोड़ी थोड़ी दवा उसकी चुत और दोनों चूचों पर लगा दी.
पहले चूचों पर जीभ से दबा चाट ली, फिर चूत में से चाट ली.
अब पानी पीकर हम दोनों ने नंगे ही चाय पी. मैं एक सिगरेट सुलगाई और पीने लगा.
वो मुझे सिगरेट पीते देख रही थी तो मैंने उसके होंठों में लगा दी. वो भी कश लेने लगी.
उसने कभी पी नहीं थी तो वो पहले कश में ही खांसने लगी.
मैंने उसे धीरे धीरे पीने को कहा और उसने भी पूरी सिगरेट पी ली.
अब तक गोली ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया था.
उसके भूरे निप्पल पूरे टाइट हो गए थे और मेरा लंड भी फूलकर औकात से ज्यादा बड़ा हो गया था.
फिर मैं उसे बाथरूम में ले गया और रेजर से उसकी चुत के सारे बाल साफ किए. झांटें साफ़ हो जाने से उसकी चुत बिल्कुल चिकनी हो गई थी.
मैंने स्प्रे उसकी चुत और अपने लंड पर मार दिया.
वो वासना में तप्त हो गई थी और बस मुझे निहारे ही जा रही थी.
आज से पहले उसके साथ ऐसा किसी ने प्रेम से व्यवहार नहीं किया था.
उसने मुझे किस किया और बोली- आज तुम जो भी कहोगे, मैं वो सब करूंगी.
मैंने भी उससे कहा- अब मैं तुम्हें बात से पलटने नहीं दूंगा.
वो भी सर हिलाने लगी कि कोई बात नहीं.
मैंने उसे पीले रंग वाली ब्रा पैंटी दी और कहा- लो इसे पहन कर रूम में आ जाओ.
मैं सिगरेट सुलगा कर बेड पर लेट गया.
एक मिनट बाद वो आ गयी.
साली बिल्कुल बम लग रही थी.
पीछे से गांड और चुत के बीच में एक डोरी थी और दोनों चूतड़ नंगे थे.
सिर्फ चुत पर एक त्रिकोण वाला कपड़ा बना था.
उसके चूतड़ों पर लहराती चोटी बड़ी मस्त दिख रही थी.
मैंने उसे अपनी तरफ खींचा तो वो मेरे सीने पर आ गिरी.
मैं उसे अपने बाजू में लिटाकर किस करने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगी.
हम दोनों की जीभें एक दूसरे के मुँह में मजा का लेन देन करने लगीं. हम दोनों एक दूसरे की लार को चाटने लगे.
फिर मैंने उससे लंड चूसने को कहा तो वो लंड चूसने लगी.
इस बार मैं जल्दी झड़ने वाला नहीं था क्योंकि दिन में एक बार लंड झड़ चुका था और अब दवा का असर उसे खड़ा ही रखे हुए था.
दस मिनट लंड चूसने के बाद वो साइड में लेट गयी.
उसे लगा कि अब मैं उसकी चुत चूसूंगा लेकिन मैंने उसे बेड के सहारे खड़े करके घोड़ी बना दिया और पीछे से चुत में से पैंटी साइड करके थोड़ा सा जैल उसकी चुत पर लगा दिया.
अब लंड उसकी चुत पर रखा और रगड़ने लगा.
मैंने उससे बेड पकड़ने को बोला.
उसने बेड पकड़ लिया और बोली- धीरे से करना.
मैंने पीछे से उसकी कमर को सख्ती से पकड़ा और लंड सैट करके एक ही झटके में पूरा लंड उसकी चूत में उतार दिया.
उसकी चीख निकल गयी लेकिन वहां सुनने वाला कोई था ही नहीं.
उसकी चुत से खून निकल रहा था लेकिन में उसे वैसे ही चोदता रहा.
वो रोती रही.
कुछ देर बाद उसे भी मजा आने लगा.
और खून और जैल की वजह से कमरे में फच फच फच फच के साथ ही अनुषा की दर्द और मजे की मिली जुली आवाज आ रही थी- आह ऊह उह आयी मर गयी!
मैंने ऐसे ही बीस मिनट तक उसे चोदने के बाद बेड पर लिटा दिया.
एक कपड़े से उसकी चुत और लंड साफ किया.
अब वो मेरे लंड की तरफ देख रही थी.
मैंने उसकी टांगें कंधे पर रख लीं और फिर से चोदने लगा.
इस बीच वो एक बार झड़ गयी.
कोई 15 मिनट बाद मैं भी उसकी चुत में झड़ गया.
इसके बाद हम दोनों बाथरूम में गए और लंड चुत को पानी से साफ किया.
उसे गोद में उठा कर ही मैं बाथरूम में गया और वापस आया क्योंकि उससे चला ही नहीं जा रहा था.
मैं वापिस बेड पर लाया तो वो सोने की कोशिश करने लगी लेकिन दवा की वजह से नींद ही नहीं आ रही थी.
अब मैं उसकी चुत में उंगली करने लगा तो वो कहने लगी- आज बस करो.
मैंने उससे कहा- थोड़ी देर पहले तो कह रही थी कि मैं कुछ भी कहूंगा तो करूंगी … और अब मना कर रही हो.
वो मजबूर हो गयी और मैंने उसे फिर से बिठा लिया.
अब हम दोनों ने दूध पिया और अपने अगले राउंड के लिए रेडी होने लगे.
मैं कभी कान, कभी होंठ कभी जीभ कभी चुचे, नाभि, चूत, गांड सब चूसने और चाटने लगा.
इतने में मेरा लंड फिर से पूरा अकड़ गया.
अनुषा की चुत भी गीली हो गयी.
मैं उसकी चुत का पानी उसकी गांड में मलने लगा, तो वो डर गयी कि अब उसकी गांड की बारी है.
लेकिन दवा के प्रभाव में वो कुछ बोल नहीं रही थी.
मैंने अपने लंड पर स्प्रे मार कर लंड गीला करवा दिया.
फिर उसकी क़मर के नीचे दो तकिये रखे और उसकी गांड का छेद ऊपर को कर लिया.
अब मैं अपनी उंगलियों पर और गांड पर जैल लगाकर गांड में उंगली करने लगा. दो उंगलियां गांड में अन्दर बाहर करता रहा.
जब उसकी गांड कुछ खुल गयी तो लंड पर जैल लगाकर धीरे धीरे डालने लगा.
वो दर्द के साथ कराहती रही और 5 मिनट में उसने पूरा लंड अन्दर ले लिया.
मैं इस बीच उसके चुचों और चुत को मसलता रहा, होंठ चूसता रहा.
जब वो सामान्य हो गई तो उसने कहा- अब धक्के लगाओ.
मैंने उसकी गांड मारनी शुरू कर दी और ड्यूरेक्स का स्प्रे उसकी चुत में डालता रहा.
मजेदार गांड चुदाई चलने लगी.
साथ ही मेरी उंगली उसकी चुत को चोदती रही, जिससे वो अब तक एक बार झड़ चुकी थी.
मैं बीस मिनट तक ऐसे ही गांड मारता रहा, फिर उसकी चुत में लंड पेल दिया.
वो मजे से दोनों छेदों में लंड का मजा लेती रही.
मैं भी धकापेल चोदता रहा.
कुछ देर बाद मैंने उसे कुतिया बना कर चोदना चालू किया. उसकी चोटी पकड़ कर तेज तेज लंड को उसकी गांड में पेला और कुछ देर बाद मैं उसकी गांड में ही झड़ गया.
इसके बाद उस रात मैंने उसे दो बार चोदा. एक बार चुत में लंड झाड़ा और एक बार गांड में.
सुबह तक उसकी हालत काफी बुरी हो गयी थी, उससे चला भी नहीं जा रहा था.
हम दोनों 5 बजे सो गए और सुबह 10 बजे उठे.
मैंने सुबह उसे एक बार और चोदा. फिर हम दोनों साथ में नहाए और कपड़े पहनने लगे.
तब मैंने उसे लाल वाली ब्रा पैंटी दी, तो वो खुश हो गयी.
मैं बाइक पर बिठा कर उसे उसके घर तक छोड़ कर आ गया.
उसकी माँ ने पूछा- क्या हुआ?
उसने कहा- रात को सीढ़ी से गिर गयी थी, तो पैर में चोट लग गई थी.
उसकी माँ ने मुझे शक से देखा और उसे अन्दर ले गयी.
अब ये तो उसकी माँ को भी पता चल गया होगा कि पैर में लगी है या कहीं और.
उधर से घर आकर मैं सो गया.
आगे की सेक्स कहानी मैं बाद में बताऊंगा कि उसकी मां ने क्या कहा.
तो दोस्तो, कैसी लगी आपको मेरी देसी हॉट गर्ल सेक्स कहानी?
मुझे लगता है लड़कियों ने तो रात को पढ़कर अपनी चुत में उंगली की होगी और लड़कों ने भी अपना लंड हिलाया होगा.
आप मुझे मेल करके बताएं.
धन्यवाद.
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