रिश्ते की बहन की सीलपैक चूत की चुदाई

सिस्टर एनल सेक्स स्टोरी मेरी दूर की बहन की कुंवारी चूत और गांड की चुदाई की है. हम दोनों एक शादी में मिले. वो बहुत सेक्सी हो गई थी. मैंने उससे बात की.

दोस्तो. मेरा नाम मोनीष है. मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ.
मुझे अन्तर्वासना की सेक्स कहानी पढ़ना बहुत पसन्द है. मैंने लगभग सारी कहानी पढ़ी हैं.

आज मैं आप सभी को अपनी सच्ची सेक्स कहानी सुनाने जा रहा हूँ. आशा करता हूँ कि आप सभी को यह सिस्टर एनल सेक्स स्टोरी बहुत पसन्द आएगी.

इस कहानी के मुख्य पात्रों से मैं आपकी पहचान करवा देता हूं.
इस कहानी में हम दो पात्र हैं, मैं और मुस्कान.
मुस्कान मेरी दूर की बहन है.

आज उसकी उम्र 24 साल है पर उसके फिगर को देखने से लगता है कि वो अपनी उम्र से कुछ बड़ी लगती है.
उसका फिगर 34-30-36 का है, रंग सांवला है, हाइट 5 फिट की है. वो बहुत ही खूबसूरत और बहुत ही सेक्सी है.

वो इतनी मादक दिखती है कि उसे पहली बार में देख कर ही कोई भी उसे चोदने के लिए गर्मा जाए.

पांच साल पहले मुस्कान ने मुझे प्रपोज़ किया था.
मैंने उसे ये कहकर मना कर दिया था कि हम दोनों भाई बहन हैं और तू मुझसे उम्र में कई साल छोटी है. हम ऐसा कैसे कर सकते हैं.
मैंने ये कह कर बात खत्म कर दी थी.

फिर 3 साल के बाद हम दोनों एक शादी में मिले. वो उस समय पूरा बदल चुकी थी और बहुत ही सेक्सी हो गई थी.
उसके दूध देख कर मेरे मुँह से लार टपकने लगी.
उसे देख कर मैंने सोचा कि इसे यहीं चोद दूँ, पर क्या करता रिश्ता बीच में आ रहा था.

शादी में सभी लोग उसे ही देख रहे थे. हम शादी में पूरे समय साथ में ही थे.
मैंने कई बार ऐसे ही उसे हाथ लगा लिया था. कभी उसके बड़े बड़े चूचों को हाथ लगाया, कभी उसको बड़ी सी गांड पर हाथ फेर दिया, कभी चूतड़ दबा दिए.

फिर शादी के एक दिन पहले महिला संगीत का कार्यक्रम था. सभी लोग डांस देख रहे थे.

मैं, मेरे भाई और दोस्त हम लोग पार्किंग में जाकर ड्रिंक कर रहे थे.
मैंने बहुत ज्यादा पी ली थी.

मैं वापस स्टेज के पास आ गया और बैठा था.
तभी मुस्कान मेरे पास आकर बैठ गयी और मुझसे बात करने लगी.

मैं नशे में था तो मैंने उसे कह दिया कि कुछ साल पहले तूने मुझे प्रपोज़ किया था, तब मैंने तुझे मना कर दिया था. पर अब मुझे अपनी गलती बहुत अखर रही है. तुझे देख कर मेरे मुँह में से लार टपकने लगी है. सच में तू पहले से कहीं ज्यादा सेक्सी हो गयी है, तुझे देख कर तो किसी का भी मन डोल जाए.

मुस्कान ने मुझसे कहा- भैया, आपने आज ड्रिंक की है.
मैंने कहा- हां थोड़ी पी है.

उसने कहा कि मुझे आपसे कुछ बात करना है.
मैंने कहा- हां बोल.

मुस्कान- यहां नहीं, कहीं और अकेले में चल कर बात करते हैं.
मैं- हां तो चल न … होटल के रूम में चलते हैं.

मुस्कान- नहीं, वहां कोई आ जाएगा. सभी लोग आना जाना कर रहे हैं.
मैं- ठीक है, तो होटल की छत पर चलते हैं, वहां कोई नहीं आता है.

मुस्कान- हां ठीक है. पहले आप जाओ … फिर मैं चुपके से आती हूँ.
मैं- ठीक है. मैं जाता हूं तू जल्दी आ.

मैं छत पर चला गया. उधर एक बेंच पड़ी थी. मैं उस पर बैठ गया और सिगरेट जला कर पीने लगा.
थोड़ी देर में मुस्कान आ गयी.

मुस्कान- भैया, आपने आज ज्यादा पी ली है.
मैं- हां यार … आज ज्यादा हो गई है, पर तू बोल न … क्या बोल रही थी?

मुस्कान- भैया मैं सीधी बात कर रही हूँ, गलत मत समझना.
मैं- हां बोल ना … मैं गलत नहीं समझूँगा.

मेरे मन में उसे चोदने की इच्छा हो रही थी, मन कर रहा था कि साली को यहीं पकड़ कर चोद दूँ. इसलिए उसे मैंने छत पर बुलाया था.

मुस्कान- भैया मुझे गले लगा लो. मेरा आपको किस करने का मन हो रहा है, इसलिए अकेले में मिलने बुलाया था.
मैं- बस किस ही करना है और कुछ नहीं?

मेरे मन में लड्डू फूटने लगे थे … सोचा कि अब तो इसे चोदूंगा ही सही.
मुस्कान शर्माती हुई बोली- नहीं, बस इतना ही करना है.

फिर मैंने मौके का फायदा उठाया और सीधा उसे जोर से पकड़ कर उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और उसके होंठों को जोर जोर से चूसने लगा. फिर उसके गले को चूसने लगा, उसे जोर जोर से अपनी तरफ दबाने लगा.

मुस्कान- बस भैया, अब मुझे नीचे जाना है … छोड़ो मुझे.
मैं- अरे अब कहां जाएगी मेरी जान, रुक आज तुझे मजे करवाता हूँ.

मुस्कान- कैसे मजे भैया?
मैं- तू बस देखती जा.

मैंने उसका टॉप उतार दिया और फिर उसकी ब्रा उतार दी. उसके बड़े बड़े दूध मेरे सामने थे. उसके दूध देख कर मेरे होश उड़ गए.
मैंने इतनी लड़कियों को चोदा है, पर किसी के दूध इतने बड़े और गोल उभरे हुए नहीं थे. मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया.

मैंने उसके मम्मों को हाथ से दबाना शुरू किया. सच में दोस्तो इतने मुलायम दूध थे उसके कि मुझे तो मजा ही आ गया.

फिर मैंने उसके एक दूध को अपने मुँह में लिया. मेरे मुँह में उसका एक दूध भी पूरा नहीं आ रहा था, बस आधा ही मुँह में आ रहा था.

मैं उसके दूध को जोर जोर से चूस रहा था और वो कामुक सिसकारियां ले रही थी- आह आंह भैया आंह और चूसो … आंह बहुत अच्छा लग रहा है और चूसो जोर से चूसो … बहुत मजा आ रहा है.

मैंने उसके दूध 15 मिनट तक चूसे और उसके बाद मैंने उसकी जीन्स निकाल दी; फिर पैंटी भी निकाल दी.

उसकी चिकनी चूत देखी तो दिल बाग़ बाग़ हो गया.
सच में बड़ी रेशमी चूत थी … मजेदार लग रही थी.

मैंने उसकी चूत में अपनी जीभ डाल दी और चूसने लगा; उसकी चूत के दाने को जुबान से लिकलिक करने लगा, जीभ की नोक से दाने को हिलाने लगा.
इससे मुस्कान एकदम से गर्मा गई और जोर जोर की आहें और सिसकारियां लेने लगी- उन्ह आआह आह आह आआह भैया बस छोड़ो न … बस करो ना … मुझे कुछ हो रहा है … बस करो ना.

मैंने उसकी एक ना सुनी और बस उसकी चूत चाटता रहा था.
कुछ मिनट के बाद मैंने उसकी चूत को छोड़ दिया, उसकी चूत में से बहुत पानी निकल रहा था.

फिर मैंने उसकी गांड पर अपनी जुबान लगा दी.
मैं अपनी बहन की गांड को चूमने लगा और चूसने लगा.

उसकी गांड इतनी बड़ी थी कि कोई देखे तो सीधा अपना लंड उसकी गांड में डाल दे. इतनी मस्त गांड थी उसकी.

फिर मैंने अपने सारे कपड़े खोले और उसे नीचे बैठा दिया, उसके मुँह में अपना लंड डाल दिया और उससे लंड चूसने को कहा.
वो जोर जोर से लंड चूसने लगी.

जब वो मेरा लंड चूस रही थी, तो उसकी गर्म आवाज इतनी अच्छी लग रही थी कि क्या बताऊं … मेरी बहन मुझे बड़ा मजा दे रही थी.

फिर मैंने उसे वहीं नीचे लेटाया और अपना लंड उसकी चूत में डालने लगा.
पर उसने कहा- भैया, कंडोम लगा लो.

मैंने कहा- वो नहीं है मेरे पास … तू टेंशन मत ले, कुछ नहीं होगा. मुझ पर विश्वास रख!
उसने कहा- ठीक है, पर ध्यान रखना.

मैंने हां किया और उसकी चूत में अपना लंड डालने लगा.
मैंने एक झटका दे दिया तो वो चिल्ला पड़ी

मैं एकदम से डर गया और साला लंड भी चूत के अन्दर नहीं गया.
मैंने उससे कहा- क्या हुआ … क्या पहली बार ले रही है?
उसने कराहते हुए हां कहा.

मैं चौंक गया कि साली के दूध किसने मसले, जो इतने बड़े बड़े हो गए.
खैर … ये उसका पहली बार था. उसने आज से पहले कभी सेक्स नहीं किया था.

मैं थोड़ी देर रुका रहा उसे चूमता और सहलाता रहा. फिर एक और झटका मारा.
वो फिर से चिल्लाने लगी- आह मर गई आंह मत करो भैय्या … निकाल लो … मत डालो, बहुत दर्द हो रहा है.
पर मैंने उसकी एक नहीं सुनी और फिर से झटका दे मारा.

इस बार मेरा पूरा लंड अन्दर चला गया.
वो रोने लगी और बोलने लगी- मत करो, मैं मर जाऊंगी .. बहुत दर्द हो रहा है भैया … आंह निकाल लो.

मेरी बहन बहुत चिल्ला रही थी. मैं थोड़ी देर के लिए रुक गया.
थोड़ी देर में उसका दर्द कम हो गया; उसने अपनी कमर को हिलाना शुरू कर दिया.

मैंने धीरे धीरे झटके देना चालू कर दिए.
थोड़ी देर तक वो बस उन्ह आंह करती रही. उसे अभी भी पूरा मजा नहीं आ रहा था.

उसकी चूत में से खून भी निकल रहा था. मैंने उसकी चूत की सील तोड़ दी थी, तो खून तो निकलना ही था.

कुछ देर के बाद उसे भी मजा आने लगा.
वो भी मजे से चुदने लगी और सिसकारियां भरने लगी- आह आह … भैया अब बहुत मजा आ रहा है … आंह चोदो मुझे … और जोर से चोदो … बहुत अच्छा लग रहा है.

मैंने अपने झटके तेज़ कर दिए और उसे धकापेल चोदने लगा.

कुछ देर बाद मैंने उसे बेंच के सहारे घोड़ी बना कर खड़ा कर दिया और पीछे से उसकी चूत में लंड डाल देकर सुपारा फंसा दिया.

उसने मस्ती से गांड हिलाई तो मैंने एक ही झटके में पूरा लंड ठांस दिया.
वो फिर से कराह उठी.

मैंने उसको चोदना शुरू कर दिया.
पांच सात धक्कों के बाद उसकी मस्ती बढ़ गई.

मैं उसके दूध दबाते हुए उसे धकापेल चोदने लगा और बीच बीच में मैं उसे गाली भी दे रहा था- आंह साली चुदक्कड़ कुतिया … मुझसे चुद भैन की लौड़ी … आज तू मजे से लंड ले मेरा … मैंने आज तेरी सील तोड़ दी है … साली आज से तू मेरी रांड है मादरचोदी.

मैं ताबड़तोड़ झटके मार रहा था.
वो भी मस्ती में बोल रही थी- हां भैया, चोदो मुझे … मैं कुतिया हूँ आपकी … आह जोर जोर से पेलो आह आह आप आज भैन के लौड़े बन ही गए … आंह फाड़ दो अपनी बहन की चुत.

मैं मस्त हो गया और चुदाई अपने चरम पर आ गई.
तभी उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया.
मेरा पूरा लंड उसके पानी से गीला हो गया और अब चूत से पच पच की आवाज आने लगी.

मैं अपनी बहन को कुतिया की तरह चोद रहा था.
उसके झड़ने के कुछ मिनट के बाद मेरा पानी भी निकलने वाला था.

मैंने लंड चूत से निकाला और उसे पलट कर नीचे बैठा लिया. मैं अपना लंड उसके मुँह में डाल दिया और उसे चुसाने लगा.
वो भी आंख बंद करके लंड को लॉलीपॉप समझ कर चूसने लगी.

मैंने उसके मुँह में ही अपना पानी निकाल दिया … उसने मेरा पानी पी लिया और लंड को चूस चूस कर साफ कर दिया.

कुछ देर बाद हम दोनों ने कपड़े पहने और स्टेज के पास आकर बैठ गए.

दो दिन तक हम दोनों साथ में थे. हमने चार बार और चुदाई की.

सच में दोस्तो, अपनी बहन को चोदकर मुझे बहुत मजा आया.

शादी के बाद हम दोनों अपने अपने घर आ गए.

कुछ महीने के बाद उसका मुझसे चुदने का फिर से मन हुआ.
उसका फोन आया तो मैंने उसे अपने घर बुला लिया.

घर में मैं और मेरी वाइफ हम दोनों रहते थे.

मेरी वाइफ कुछ दिन के लिए उसके मायके जाने वाली थी.
मैंने बहन से कहा- तेरी भाभी इस संडे को अपने पापा के घर जाने वाली है. तू आ जा!

कुछ दिन के बाद संडे आया और मेरी वाइफ घर चली गयी.
मेरी बहन मुस्कान घर आ गयी.

अब हमारी खुलम्म खुल्ला चुदाई शुरू हो गयी.
बीवी के जाने के एक घंटा बाद मुस्कान घर आ गई थी.
उस शाम मैंने और मुस्कान ने ड्रिंक की.

मैंने उससे कहा- अब आज मैं तेरी बड़ी वाली गांड मारना चाहता हूँ.
उसने हां कर दी.

अब मैं उसकी गांड मारने वाला था.

मैंने देर न करते हुए जल्दी से उसके और मेरे कपड़े उतार कर अलग किए.

फिर उसके मम्मों पर शराब डालकर पीना शुरू किया.
वो भी अपने हाथ से अपने नशीले मम्मे पिला रही थी.

कुछ मिनट तक मैंने उसके दूध चूसे. मैंने उसके दोनों मम्मे चूस चूस कर पूरे लाल कर दिए.

फिर मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू किया और उसके दाने के साथ खेलना शुरू किया.

उसे चूत चटवाने में बहुत मजा आ रहा था. वो बोल रही थी कि चार महीने पहले आपने मेरी सील तोड़ी थी, उसके बाद मैंने कई लड़कों से चुदवा लिया, पर किसी में मुझे इतना मजा नहीं आया, जो आपके साथ आया था … आंह जान मेरी चूत का सारा पानी निकाल दो और पी लो.

मैंने ऐसा ही किया.
उसकी चूत का सारा पानी निकाल दिया और पी लिया.

अब मैंने उसके मुँह में अपना लंड डाल दिया. उसे खूब लंड चुसाया और अपना पानी उसके मुँह में निकाल दिया.
दोस्तो, बहुत मजा आ रहा था.

हमने दो दो पैग और पिए.
फिर मैंने उसकी गांड चूसी उसके छेद में उंगली की.

वो दर्द की वजह से उछलने लगी पर वो नशे में थी तो उसे ज्यादा दर्द नहीं हुआ.

मैंने अपने लंड पर तेल लगाया और उसकी गांड के छेद में तेल लगा दिया.

फिर लंड गांड में पेल दिया.
वो चिल्लाई और बहुत छटपटाने लगी. इधर उधर को भागने की कोशिश करने लगी.

पर मैंने सोच लिया था कि इसकी मुलायम और बड़ी सी गांड को आज मैं मार कर रहूँगा.

मैंने उसकी गांड में अपना पूरा लंड पेल दिया और उसकी गांड चोदी.
बीस मिनट के बाद मैंने अपना सारा पानी उसकी गांड में ही छोड़ दिया.

सिस्टर एनल सेक्स के बाद हम दोनों वापस पीने लगे और एक एक सिगरेट पीकर नहाने घुस गए.
फिर बिना कपड़ों के ही सो गए.
दो घंटा बाद मुझे मेरे लंड पर कुछ अहसास हुआ तो देखा कि मेरी बहन मुस्कान लंड चूस रही थी.

उस रात मैंने उसे दो बार फिर से चोदा.

जब तक बीवी वापस नहीं आ गई. तब तक मेरी बहन मेरे लंड की प्यास बुझाती रही.

तो दोस्तो कैसी लगी मेरी देसी बहन की चुदाई की कहानी. आप सभी मुझको बताना जरूर.

इसके आगे का वाकिया मैं आपको तब बताऊंगा, जब आप मुझे ये बताएंगे कि आपको मेरी सिस्टर एनल सेक्स स्टोरी कैसी लगी.
मुझे मेल जरूर करें.
[email protected]