भाभी की कामुक जवानी चुदने को मचल उठी

मैंने अपनी भाभी की जबरदस्त चुदाई की अपने ही घर में! मैं भाभीजान को नंगी नहाती देखता था. चूत चुदाई के लिए भाभी के साथ बात कैसे बनी?

हाय दोस्तो, मेरा नाम मुबारक अंसारी है.
ये भाभी की जबरदस्त चुदाई कहानी मेरे दोस्त रफ़्तार की है. आप रफ्तार की जुबानी ही इस मजेदार सेक्स कहानी का मजा लीजिए.

हैलो मैं रफ्तार, झारखंड से हूँ. मेरी उम्र 23 साल है. ये सेक्स कहानी मेरे और मेरी भाभीजान की चुदाई की कहानी है.

मेरी भाभी की उम्र 29 साल है. उनका रंग एकदम दूध सा गोरा है.
भाभी देखने में बहुत गर्म माल हैं. उनका मादक फिगर 32-28-34 का है. भाभी के गुलाब गाल और रसीले होंठों को देख कर किसी का भी लंड खड़ा हो जाएगा.

मेरे घर में अम्मी अब्बू, बहन भाभी और दादा दादी रहते हैं. भाईजान अपनी जॉब के चलते घर से बाहर रहते हैं. वो छह महीने में एक बार ही घर आ पाते हैं.

एक दिन मेरी भाभी बाथरूम में नहा रही थीं. मैं उनकी मादक जवानी की एक झलक पाने के लिए बेताब था और अपना लंड सहला रहा था.

उस दिन किस्मत से घर में कोई नहीं था. मुझे पेशाब लगी थी. मैं टॉयलेट गया, तो मैंने दरवाजे को अन्दर धकेला. मुझे मालूम नहीं था कि अन्दर भाभी नहा रही हैं.

बाथरूम का दरवाजा अन्दर से लॉक न होने की वजह से वो खुल गया.
मैंने देखा कि अन्दर तो भाभी नंगी होकर नहा रही थीं. उनकी पीठ मेरी तरफ थी और भाभी की गोल गांड मुझे दिख गई.

गरम सीन देख कर मेरा मन बेकाबू होने लगा. मन में भाभी को पाने के लिए कुछ कुछ होने लगा.

फिर मैंने दरवाजा वापस अटका दिया और बाहर ही खड़ा हो गया. अब मैं धीरे से दरवाजे की झिरी से अन्दर देखने लगा.

तभी भाभी घूम गईं, तो मेरा होश ही उड़ गया.
भाभी की पूरी नंगी जवानी मुझे दिखने लगी थी.
वो अपने मम्मों में साबुन लगा रही थीं.

फिर उनके हाथ चुत पर आगे, वो गाना गुनागुनाती हुई अपनी चुत में साबुन लगाने लगीं.
अचानक से भाभी ने अपनी चुत में उंगली डाल ली और दूसरे हाथ से अपने एक मम्मे को मसलने लगीं.
उनके होंठ दांतों को काटने लगे थे.

सर के ऊपर से फव्वारे का पानी गिर रहा था.
बड़ा ही सेक्सी सीन चल रहा था.
मेरा लंड खड़ा हो गया और भाभी को चोदने के लिए फुंफकार मार रहा था.

तभी मुझे अचानक से किसी के आने की आहट हुई तो मैं उधर से हट गया और बाहर आ गया.

मैंने देखा तो मेरी बहन ट्यूशन से आ गई थी.

अब मैं अपने बिस्तर में घुस गया और भाभी के नाम से उठ मारने लगा.
कुछ ही देर में मैं झड़ गया और चादर से ही अपने लंड को पौंछ कर सो गया.

उस दिन से मुझे भाभी को चोदने का भूत सवार हो गया था और मैंने इरादा बना लिया था कि मैं अपनी भाभी को जरूर चोदूंगा.

मैं अब मौके के इंतजार में था.

भाभी अब बाथरूम में नहाने जातीं तो मैं चुपके से उनकी चुत और गांड देख कर मुठ मार लिया करता था.

दिमाग कुछ सोच ही नहीं पा रहा था कि किस तरह से भाभी की जवानी का रस चख लूं.

फिर खानदान में एक शादी आ गई थी, तो घर के सब लोग शॉपिंग करने के लिए बाजार गए थे.

उस दिन घर में मैं और भाभी थे.
सभी के जाने के बाद मैं एक हॉट फिल्म देख रहा था.
उसी समय टीवी पर एक किस करने वाला सीन आया तो मेरा मन कामुक हो उठा.

फिर मैंने सोचा कि देखूँ भाभी क्या कर रही हैं.

मैं उठने ही वाला था कि मुझे भाभी के गाना गुनगुनाने की आवाज आने लगी थी.
मैंने मुड़ कर देखा, तो वो फर्श पर पौंछा लगा रही थीं और उनके गहरे गले के ब्लाउज से चूचे बड़ी मस्ती से हिल रहे थे.
मैं भाभी की चुत और गांड देखने लगा.

मुझसे रहा नहीं गया, तो मैं भाभी के पास आ गया और बोला- आपकी मदद कर दूँ भाभी?
वो मेरी तरफ देख कर मुस्कुरा कर बोलीं- नहीं रहने दो, मैं कर लूंगी.

मैं बोला- अरे आप थक जाओगी.
भाभी बोलीं- आज मेरे ऊपर बड़ी दया दिखा रहे हो देवर जी … क्या बात है कुछ चाहिए है क्या?

मैं- ऐसा कुछ नहीं भाभी, बस मैंने सोचा कि आपकी मदद कर दूँ.
मैं भाभी के हिलते हुए स्तन देख रहा था. मेरा लंड अकडा जा रहा था.
भाभी ने मेरी नजरों का पीछा किया और समझ लिया कि मैं उनकी चूचियों को निहार रहा हूँ.

भाभी कुछ नहीं बोलीं, बस यूं ही अपने मम्मे हिला हिला कर मेरे लंड में आग लगाती रहीं.

भाभी मेरी तरफ देख कर बोलीं- आजकल तुम मुझे कुछ ज्यादा ही देखने लगे हो … क्या बात है? क्या गर्लफ्रेंड ने मना कर दिया है.
मैंने कहा- आपको मेरी गर्लफ्रेंड की बड़ी जानकारी है भाभी … वैसे मैं बता दूँ कि अभी तक कोई लड़की मेरी गर्लफ्रेंड बनी ही नहीं है.

भाभी बोलीं- क्यों नहीं बनी … कोई घास नहीं डालती है या पसंद नहीं आ रही है.
मैंने कहा- पसंद ही नहीं आ रही है.

भाभी बोलीं- क्यों … तुमको कैसी लड़की चाहिए?
मैंने कहा- बस वो आपकी जैसी सुंदर हो तो ही मुझे पसंद आएगी.

भाभी हंस कर बोलीं- मेरी जैसी क्यों चाहिए?
मैंने कहा- आपकी जैसी क्यों चाहिए ये तो आप खुद ही अच्छी तरह से जानती हैं.

भाभी ने एक लम्बी आह भर कर कहा- मेरी जैसी लड़की के भाग्य में शौहर का सुख ही नहीं है. मेरी जैसी लेकर क्या करोगे.
मैंने कहा- मेरी सुंदर भाभी के नसीब में उनका ये प्यारा सा देवर तो है.

भाभी ने फिर से आह भरी और बोलीं- देवर भी बड़ा भोला है … अपनी भाभी के दुःख दर्द को समझता ही नहीं है.
मैंने भाभी से कहा- भाभी, आप ये क्या कह रही हैं. बताओ न आपको क्या तकलीफ है?

भाभी ने मेरी तरफ देखा और एक बम सा फोड़ दिया- सब कुछ अपनी आंखों से देखते भी हो और ना समझने का ड्रामा करते हो.

मैंने उनकी तरफ देखा तो बोलीं- मुझे मालूम है कि तुम मुझे नहाते हुए देखते हो.
मेरी गांड फट गई.

मगर मैंने अगले ही पल उनसे माफ़ी मांगते हुए कहा- हां भाभी, मुझसे गलती हो गई. मुझे माफ़ कर दीजिए. अब आगे से ऐसी गलती नहीं होगी.

भाभी ने अपना सर पीटते हुए कहा- हे भगवान कैसा बुद्धू देवर दिया है आपने … ये तो कुछ समझता ही नहीं है.
अब मैं समझ गया और मैंने उन्हें अपने हाथों से उठाया और उनके गालों पर एक किस कर दिया.

मैंने कहा- भाभी मैं कब से आपकी जवानी को देख कर अपना हिला रहा था. अब मैं एक पल की भी देर नहीं करूंगा. अपनी भाभी की हर सेवा को पूरे मन से करूंगा.
भाभी बोलीं- बड़ी जल्दी समझ गया मगर अभी तक जो गलती की है, उसकी सजा तो भुगतनी ही पड़ेगी.

ये कह कर भाभी अपनी गांड मटकाती हुई अपने कमरे में चली गईं.

मैं उनके पीछे पीछे उनके कमरे में चला गया.

भाभी ने कमरे में जाते ही अपनी साड़ी उतार कर एक ओर फैंक दी और बाथरूम में घुस गईं.

उन्हें यूं देख कर मेरे अन्दर का शैतान जाग गया. मैंने हिम्मत करते हुए अपने सारे कपड़े उतारे और सिर्फ चड्डी में होकर बाथरूम में घुस गया. अन्दर भाभी पूरी तरह नंगी थीं.

मुझे देख कर उन्होंने एक तौलिया लपेट ली और बोलीं- मैं तुम्हारे भाईजान से बोल दूंगी कि तुम मेरे साथ गलत कर रहे थे.

मैं लंड सहलाते हुए बोला- ठीक है भाभी आप बोल देना. मैं भी बता दूँगा कि देवर अपनी भाभी की सेवा कर रहा था.
भाभी मुस्कुराने लगीं.

मैंने बाथरूम का दरवाजा बंद कर दिया था और उन्हें अपनी बांहों में भर लिया.
भाभी भी साथ देने लगीं और हम दोनों 5 मिनट तक किस करते रहे.

इसके बाद मैं गर्म हो गया था. दूसरी तरफ भाभी भी पूरी तरह से साथ देने लगी थीं.

मैंने उनका हाथ अपने लंड पर रख दिया तो भाभी मेरे लौड़े को सहलाने लगीं.

मैंने कहा- चूस कर प्यार नहीं करोगी भाभी!
भाभी तो जैसे लंड चूसने को मरी जा रही थीं. उन्होंने घुटनों के बल बूथ कर मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगीं.

भाभी एक पेशेवर रंडी की तरह से मेरा लंड चूस रही थीं. मेरी आह निकली जा रही थी.

जल्द ही मेरा लंड हिम्मत हारने लगा था. उसका पानी निकलने वाला हो गया था.
मैंने भाभी से कहा- पानी निकलने वाला है भाभी.
भाभी लंड चूसती हुई इशारे से बोलीं कि आने दो पानी.

मैंने अब बिंदास हो गया था.
मैं एक मिनट बाद मेरा लंड लावा उगलने लगा.
भाभी ने सारी मलाई चाट ली और मेरे झड़े लंड को चूसती ही रहीं.

लंड कुछ ही देर में फिर से खड़ा हो गया.

अब भाभी बोली- चल अब मेरी सेवा में जुट जा.

मैंने भाभी को घोड़ी बना कर उनकी चुत चाटने लगा.
भाभी उह उह आह आह आह की मादक आवाज निकाल कर मजा लेने लगी थीं.

उन्होंने कहा- चुत को लंड से मजा मिलेगा. ये सब बाद में कर लेना मेरे प्यारे देवर जी.

मैंने ओके कहा और उनकी गांड की तरफ से लंड को चुत की फांकों में रगड़ना चालू कर दिया.

भाभी गांड फैलाती हुई जल्दी से चोदने की कहने लगीं.

मैंने भाभी की चुत में लंड का एक करारा झटका मारा.
उनकी गीली चुत में मेरा पूरा लंड घुसता चला गया.
वो एकदम से कराह उठीं और बोलीं- आंह साले फाड़ दी … आह धीरे पेल.

मैंने कुछ ही देर में भाभी की चुत को लंड के मुताबिक़ कर लिया.
अब भाभी मजे से चुत रगड़वा रही थीं. अपनी गांड उठा उठा कर खूब चुदाई का मजा ले रही थीं.

करीब 15 मिनट तक धकापेल चुदाई के बाद मैं झड़ने वाला था.
मैंने पूछा, तो भाभी ने कहा- अन्दर ही टपका दो.
बस मैंने भाभी की चुत में वीर्य गिरा दिया.

हम दोनों काफी थक गए थे. भाभी ने मुझे बाथरूम में ही लिटा लिया और प्यार करने लगीं.

कुछ देर बाद भाभी ने देखा कि मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा था तो भाभी ने 69 में आकर लंड चूसा और मैंने चुत चाटी.

इस बार मैंने भाभी से कहा- भाभी, अब मैं आपकी गांड मारना चाहता हूं.

वो कुछ नहीं बोलीं. मैं समझ गया कि भाभी की गांड मारने का सिग्नल मिल गया है.
मैंने बाथरूम में रखी तेल की शीशी से भाभी की गांड में तेल भर दिया और उंगली की, तो भाभी को मजा आने लगा.

फिर अचानक से मैंने उनकी कमर पकड़ कर एक झटका दे मारा. मेरा आधा लंड भाभी की गांड में चला गया.

भाभी दर्द से चिल्ला उठीं और मुझे गाली देने लगीं.
मैंने सॉरी बोला और गांड से लंड निकाल कर चुत चोदने लगा.

बीस मिनट बाद जब मैं झड़ने वाला था, तो भाभी बोलीं- लंड बाहर निकाल लो.

मैंने अपना लंड बाहर निकला, तो भाभी ने मेरा लंड चूस चूस कर सारा पानी अपने मुँह में ले लिया और पी गईं.

इसके बाद भाभी से मेरी गहरी छनने लगी.
अब जब कभी भी भाभी को चोदने का मन होता, तो भाभी की जबरदस्त चुदाई करके मजा ले लेता.

आपको मेरी भाभी की जबरदस्त चुदाई कहानी कैसी लगी, प्लीज़ मुझे मेल से बताएं.
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